- हिंदी एक भाषा एवं व्याकरण का परिचय :-
- हिंदी एक भाषा है।
- हिंदी भाषा की लिपि – देवनागरी
- पिता – भारतेन्दु हरिशचंद्र को कहा जाता हैं|
- हिंदी दिवस – 14 सितम्बर को मनाया जाता हैं।
- हिंदी फारसी भाषा का शब्द “हिन्द” से आया हैं , जिसका अर्थ हैं “सिन्धु नदी की भूमि”
- हिंदी भारत की एक “राजभाषा” है ना की राष्ट्रभाषा (X)
- संविधान की 8वी अनुसूची में 22 भाषाएँ शामिल है :-
असमिया, बांग्ला, गुजराती, हिंदी, कन्नड़, कश्मीरी, कोंकणी, मलयालम, मणिपुरी, मराठी, नेपाली, ओडिशा, पंजाबी, संस्कृत, सिंधी, तमिल, तेलगु, उर्दू, बोडो, संथाली, मैथिली, डोगरी
- भारतीय संविधान के अनुसार english language एक सहयोगी प्रशाशनिक भाषा है।
- यह विश्व की सबसे अधिक बोली जाने वाली चौथी भाषा हैं।
- 14 सितम्बर 1949 को भारत सरकार ने हिंदी भाषा को राजभाषा के रूप में स्वीकार किया हैं।
- हिंदी भाषा की जननी संस्कृत भाषा हैं।
- हिंदी आर्य भाषा परिवार में आता हैं।
- भाषा की परिभाषा :-
- भाषा वह माध्यम है जिसके द्वारा मनुष्य अपने मन के विचार / भाव को व्यक्त करता हैं I
- भाषा तीन प्रकार के होते हैं –(i) मौखिक = बोलकर प्रकट किया जाता हैं|(ii) लिखित = लिखकर प्रकट किया जाता हैं|
(iii) सांकेतिक = संकेत / ईशारा द्वारा प्रकट किया जाता हैं।
- कुछ परिभाषाएँ ( some important definition)
- बोली :- स्थानीय भाषा को बोली कहा जाता हैं|
- हिंदी की बोलियाँ :-
हिंदी की बोलियों को छह वर्गों में विभाजित किया जा सकता है:-
- पश्चिमी हिंदी – ब्रज, खड़ी बोली, हरियाणवी (बांगरू) बुंदेली और कन्नौजी।
- पूर्वी हिंदी – अवधी, बघेली, छत्तीसगढ़ी।
- राजस्थानी – मेवाती, मारवाड़ी, हाड़ोती, मेवाड़ी।
- बिहारी – मैथिली, मगधी, भोजपुरी।
- पहाड़ी – गढ़वाली, कुमाऊँगी, मैडियाली।
- दक्खिनी – बीजापुर, गोलकुंडा के क्षेत्र।
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- राजभाषा :- सरकारी काम-काज की भाषा को राजभाषा कहते हैं ।
- राष्ट्रीय भाषा :- किसी देश में सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा को राष्ट्रीय भाषा कहा जाता हैं ।
Note:- भारत में सबसे अधिक हिंदी भाषा बोली जाती है परन्तु भारत के संविधान में हिंदी को राष्ट्रीय भाषा नही माना गया हैं ।
Note:- संविधान की अनुसूचित 8 में 22 भाषाओं को अधिकारिक भाषा माना गया हैं । जिसका प्रयोग राज्य की सरकार सरकारी काम-काज में कर सकते हैं ।
लिपि:-
किसी भाषा को लिखने के लिए जिस संकेत या चिन्ह का प्रयोग किया जाता हैं, उसे उस भाषा का लिपि कहते हैं।
भाषा लिपि
हिंदी देवनागरी
संस्कृत देवनागरी
नेपाली देवनागरी
अंग्रेजी रोमन
उर्दू फारसी
पंजाबी गुरुमुखी
व्याकरण की परिभाषा :-
- व्याकरण उस शास्त्र को कहते हैं जिसके द्वारा किसी भाषा को
शुद्ध – शुद्ध पढ़ना, लिखना व बोलना सिखा जाता हैं |
अथवा,
- जो शास्त्र हमें वर्णो, शब्दों और वाक्यों के शुद्ध प्रयोग की जानकारी
देता है, वह व्याकरण कहलाता है।
व्याकरण के 5 भेद हैं :-
(i) वर्ण विचार
(ii) शब्द विचार
(iii) वाक्य विचार
(iv) चिन्ह विचार
(v) छन्द विचार